हरिशंकर शर्मा प्रयागराज। कोरोना के गंभीर मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी देने की राह आसान हो गई है। इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन (एएमए) को...
हरिशंकर शर्मा
प्रयागराज। कोरोना के गंभीर मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी देने की राह आसान हो गई है। इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन (एएमए) को इसका लाइसेंस मिल गया है। प्रदेश के केवल दो प्राइवेट ब्लड बैंकों को ही यह सुविधा दी गई है। दूसरा ब्लड बैंक बरेली का है।
विदित हो कि कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी देकर उन्हें स्वस्थ किया जा रहा है। इसी क्रम में एएमए के ब्लड बैंक को प्लाज्मा लेकर उसे स्टोर करने की अनुमति मिल गई है। ब्लड बैंक की ओर से प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था। वहां से अनुमोदन होने के बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को इस पर अपनी सहमति दी।
कोरोना से ठीक हुए लोग ही यहां अपना प्लाज्मा दे सकते हैं। 18 से 60 साल की उम्र के बीच के ठीक हुए लोग निगेटिव आने के 21 दिन बाद से चार माह के भीतर अपना प्लाज्मा दान कर सकते हैं। इसे सिर्फ एसआरएन अस्पताल में ही चढ़ाया जा सकता है। ब्लड बैंक को प्लाज्मा एकत्र करने के लिए टेस्ट किट मिलने का इंतजार है।
COMMENTS