अजय ठाकुर बाराबंकी,उत्तर प्रदेश। जिले के नगर पंचायत दरियाबाद कस्बा में हाल ही में संचालित हुए जिस मानक विहीन अवैध अस्पताल का भाजपा विधा...
अजय ठाकुर
बाराबंकी,उत्तर प्रदेश।
जिले के नगर पंचायत दरियाबाद कस्बा में हाल ही में संचालित हुए जिस मानक विहीन अवैध अस्पताल का भाजपा विधायक द्वारा फीता काटा गया वही आगे चलकर उनके ही विधानसभा क्षेत्र के गांव की एक गरीब गर्भवती महिला की जान ले लेगा ऐसा शायद क्षेत्रीय विधायक सहित उद्घाटन समारोह में शामिल सपा नेता को नहीं मालूम था।
मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल के संचालकों के द्वारा सिर्फ पैसा कमाने के उद्देश्य से एक सोचीं समझी रणनीति के तहत सभी सम्मानित नेताओं सहित तमाम क्षेत्रीय गणमान्यजनो को आमंत्रित किया गया था।
मामला कोतवाली थाना क्षेत्र दरियाबाद के समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मथुरानगर कस्बा दरियाबाद स्थित अवैध मानक विहिन गायत्री पाली क्लिनिक का है।जो हाल ही में संचालित किया गया था।जहाँ गर्भवती महिला मीना देवी पत्नी राजकुमार आयु 25 वर्ष निवासनी लालपुर गुमान को प्रसव पीड़ा होने पर ले जाया गया था जिसकी शनिवार 18 सितंबर 2021 को अस्पताल में मौत हो गयी थी।
पूरे घटनाक्रम के बारे में मृतका के परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि गांव की आशा बहू का काम देखने वाली आगनबाड़ी कार्यकत्री (जोकि आशा बहू के रिश्ते में हैं) के साथ में पहले रामसनेहीघाट के बनीकोंडर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था।
परिजन द्वारा डॉक्टर से बताया गया कि गर्भवती की इससे पहले डिलीवरी सीजर आप्रेशन से हुई थी तो सीएचसी बनीकोंडर के डाक्टर ने हालत गंभीर देख ले जाने के लिए कहा गया था।
लेकिन वहीं साथ गयी आशा बहू का काम देखने वाली महिला ने परिजनों को गायत्री पाली क्लिनिक दरियाबाद कस्बा में लेकर चलने और नार्मल डिलीवरी हो जाने की सलाह दी गई और अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया था जहाँ गर्भवती महिला मीना देवी पत्नी राजकुमार आयु 25 वर्ष की मौत हो गयी।
एक तरफ जहाँ अस्पताल में गर्भवती मीना देवी की हुई मौत की खबर सुनकर परिवार में चीख पुकार मच गई।
तो वहीं दूसरी तरफ परिजनों द्वारा अस्पताल से गर्भवती का शव लाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
लेकिन स्थानीय सीएचसी अधीक्षक मथुरानगर दरियाबाद से शिकायत की गई जिस पर रविवार 19 सितंबर को सीएचसी अधीक्षक संतोष पांडे ने पुलिस के साथ कस्बा दरियाबाद स्थित संचालित हो रहे गायत्री पाली क्लिनिक पर पहुंच जाँच पड़ताल की गई तो अस्पताल मौके पर मानक विहिन और अवैध मिला अस्पताल में अंकित नामों में से एक भी डॉक्टर उपस्थित नहीं मिला।
सीएचसी अधीक्षक द्वारा जब अस्पताल के संचालक से अस्पताल से संबंधित कागज दिखाये जाने के लिए कहा गया तो संचालक द्वारा कोई भी कागजात प्रस्तुत नहीं किये जा सके।जिस पर अधीक्षक के आदेश पर अस्पताल में ताला लगाकर उसे सील कर दिया गया है।
संचालक द्वारा अधीक्षक से कहा गया कि कागजात हैं लेकिन इस समय मौके पर उपलब्ध नहीं हैं तो सीएचसी अधीक्षक द्वारा अस्पताल के संचालक को दो दिन का समय देते हुए साक्ष्य प्रस्तुत करने की बात कह आगे की कार्यवाही की बात कही गई है।
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