गोरखपुर कचेहरी में जिस आरोपित बलात्कारी को कल गोलीमार कर हत्या कर दी गई उसे बड़हलगंज पुलिस ने हैदरबाद से मार्च 2021 को गिरफ्तार ...
गोरखपुर कचेहरी में जिस आरोपित बलात्कारी को कल गोलीमार कर हत्या कर दी गई उसे बड़हलगंज पुलिस ने हैदरबाद से मार्च 2021 को गिरफ्तार किया था ।
एक वेबसाइट के अनुसार 12 मार्च 2021 को बड़हलगंज पुलिस ने दिलशाद को हैदराबाद में गिरफ्तार कर किशोरी को मुक्त कराया था।गोरखपुर लाने के बाद पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया।किशोरी नारी निकेतन चली गई।दो माह पहले दिलशाद जमानत पर छूटा था। विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट कोर्ट नम्बर चार में चल रहे मुकदमे में शुक्रवार को गवाही होनी थी।कोरोना संक्रमण के कारण वादकारियों का प्रवेश परिसर में वर्जित है। प्रवेश के रोक का फायदा उठा कर हत्यारोपी ने गोली मार दी ।
हत्या के दिन धीरेन्द्र प्रताप सिंह (पूर्वांचल सेना )ने शोसल मीडिया पर लाइव आकर बताया कि ये मामला प्रेम प्रसंग का था लड़की लड़के दोनो एक दूसरे से प्यार करते थे ।
प्यार में ही दोनो घर छोड़ कर फरार हो गए थे ।
सामान्य तौर पर प्रेम प्रसंगों के मामलों में पुलिस में जो शिकायतें होती हैं वो किडनैपिंग की ही होती है और इस मामले में भी वही हुआ है ।
पुलिस ने मामला दर्ज किया हुआ था लोकेशन ट्रेस होने पर दोनों को हैदराबाद से हिरासत में लिया गया था और बाद में परिवार की शिकायत के आधार को मानकर रेप व पॉस्को की अन्य धाराएं बढ़ा कर उसे जेल भेज दिया गया था ।
धीरेन्द्र बताते हैं कि पूरा मामला प्रेम प्रसंग का था जिसे अलग तरीके से प्रसारित किया जा रहा है कुछ लोग इसे हिन्दू बनाम मुश्लिम बनाने की फिराक में हैं जिससे चुनावी भूमिका बन सके ।
जानिए घटना क्या थी :
गोरखपुर दीवानी कचहरी गेट के बाहर शुक्रवार की दोपहर एक दुष्कर्म के आरोपी युवक को गोली मार दी गई। मृतक युवक की पहचान दिलशाद हुसैन मुजफ्फरपुर, बिहार के सकरा थाना क्षेत्र में विधिपुर के रुप में हुई है। उसपर बड़हलगंज क्षेत्र की किशोरी से दुष्कर्म का आरोप था।
इसी मामले में दिलशाद मुकदमे की तारीख देखने कचहरी आया था। डेढ़ बजे दीवानी कचहरी गेट पर पहुंचने के बाद उसने अपने अधिवक्ता को मिलने के लिए कचहरी गेट के बाहर बुलाया था। अधिवक्ता बाहर आते इसके पहले ही कचहरी गेट के बाहर स्थित वाहन स्टैंड के बगल में बदमाशों ने उसके सिर में सटाकर गोली मार दी।
दिलशाद की मौत का यकीन होने के बाद ही आरोपित वहां से निकला। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि गोली लगने के बाद गेट के आसपास मौजूद पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। आरोपित भी अम्बेडकर चौराहे से एमपी इंटर कालेज की तरफ जाने वाली सड़क पर एक अहाते में पिस्टल लेकर छिपा था। इसी दौरान गेट पर साइकिल स्टैंड चलाने वाले कन्हैया ने उसकी पहचान कराई और पुलिसवालों ने उसके सहयोग से आरोपी को पकड़ लिया। आरोपित को लेकर पुलिस कैंट थाने पहुंची। वहां उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने उसके पास से कत्ल में इस्तेमाल पिस्टल को बरामद कर लिया है।
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