अनन्त कुमार हैदरगढ़ बाराबंकी नगर पंचायत हैदरगढ़ के हो रहे सीमा विस्तार का ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य के अलावा ग्रामीणों द्वारा कड़ा ...
अनन्त कुमार
हैदरगढ़ बाराबंकी
नगर पंचायत हैदरगढ़ के हो रहे सीमा विस्तार का ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य के अलावा ग्रामीणों द्वारा कड़ा विरोध अपनी आपत्ति में दर्ज कराया गया है। प्रमुख सचिव प्रमुख नगर विकास व जिलाधिकारी को सभी ने पत्र भेजकर ग्राम पंचायत पेचरूआ को नगर पंचायत में शामिल ना किये जाने की माँग की है। आपत्ति कर्ताओं का कहना है गांव में करीब 80 प्रतिशत लोग खेती किसानी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते है, यदि उक्त ग्राम पंचायत को नगर सीमा शामिल किया जाता है तो गांव के तमाम मनरेगा मजदूर पूरी तरह से बेरोजगार हो जायेंगे।
ग्राम प्रधान पेचरूआ सोनू सिंंह ने प्रमुख सचिव नगर विकास व जिलाधिकारी को भेजे गए आपत्ति पत्र में बताया कि शासनादेश संख्या 450/9-1-2015-426 सा/14 के अनुसार नगर पंचायतों की सीमा विस्तार हेतु मानकों का पुननिर्धारण के विरुद्ध राजस्व गांव को तोड़कर व गणना ब्लॉक को तोड़कर सीमा विस्तार किया जाना पूर्णतया नियम विरुद्ध है।। ग्राम पंचायत पेचरूआ एक राजस्व गांव है जहाँ पर 80 प्रतिशत लोग खेती किसानी कर किसी तरह जीवन यापन करते हैं यहां पर कोई व्यवसायिक गतिविधियां नहीं है, इसको सीमा विस्तार में शामिल किए जाने से नगर पंचायत की आय में कोई वृद्धि नहीं होगी, बल्कि कृषि क्षेत्र पूरी तरह प्रभावित होगा। प्रधान श्री सिंह ने आगे उल्लेख किया कि ग्राम सभा में खुली बैठक कर ग्रामीणों द्वारा नगर पंचायत विस्तार का पुरजोर विरोध किया गया है, क्योंकि यहां के ग्रामीण ग्राम पंचायत को नगर सीमा में शामिल किये जाने के पक्ष में नहीं हैं । इस ग्राम पंचायत की ग्रामीण आबादी में अधिकांश कच्चे मकान है जहां मनरेगा मजदूर गांव सभा या देश के विभिन्न प्रांतों शहरी क्षेत्रों में मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते हैं। जिन को शामिल किए जाने से नगर पंचायत की आय में कोई वृद्धि नहीं होगी, बल्कि मनरेगा मजदूरों का रोजगार छिन जाएगा। ग्राम पंचायत पेचरूआ की दूरी नगर पंचायत से लगभग 2 किलोमीटर है, जबकि नगर पंचायत हैदरगढ़ से एकदम मिला हुआ बाबा का पुरवा, अंसारी, भवन खेरा, ताले सिंह का पुरवा, लालपुर, किल्ला व जासेपुर गांव को पक्षपात करते हुए सीमा विस्तार में शामिल नहीं किया गया है। जबकि उपरोक्त गांव का आंशिक क्षेत्र नगर पंचायत हैदरगढ़ की सीमा से जुड़ा हुआ है ऐसे में ग्राम सभा की अनुमति के बिना ग्राम पंचायत पेचरूआ केे अस्तित्व को खत्म कर नगर पंचायत सीमा में शामिल किया जाना यह कतई उचित नहीं है, इस पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। इसके अलावा ग्राम पंचायत सहायक शिव ओम शुक्ला ने ग्राम पंचायत पेचरूआ को नगर पंचायत सीमा में शामिल किए जाने से हमारा रोजगार छिन जायेगा इसके साथ ही मनरेगा मजदूर भी बेरोजगार हो जायेंगे। क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीमती निर्मला के अलावा नगर पंचायत के सभासद अय्यूब कुरैशी, अरमान कुरेशी राम लखन रावत आदि लोगों ने ग्राम पंचायत पेचरूआ को नगर सीमा में शामिल किए जाने के फैसले का कड़ा विरोध करते हुए अपनी- अपनी आपत्ति दर्ज कराई है सभी का कहना है यहाँ पर 80 प्रति कृषि लोग पूर्णतया किसान है और बाकी लोग खेतिहर मजदूर है जो किसी तरह मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करते है ऐसे में यदि यह गांव नगर सीमा में शामिल किया जाता है तो इन सभी का कोई लाभ होने वाला नहीं है।
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