न्यूज़ ऑफ इंडिया (एजेंसी) बाराबंकी: 26अक्टूबर,2024 बाराबंकी जिले के विकास खंड दरियाबाद क्षेत्र के अंतर्गत इंदरपुर गांव निवासी अभयदीप सिंह ...
न्यूज़ ऑफ इंडिया (एजेंसी)
बाराबंकी: 26अक्टूबर,2024
बाराबंकी जिले के विकास खंड दरियाबाद क्षेत्र के अंतर्गत इंदरपुर गांव निवासी अभयदीप सिंह के आईएएस बनने की जानकारी होते ही पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई।
अभय दीप सिंह के आईएएस बनने की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय लोगों द्वारा इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट के जरिए बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया।
बताते चलें कि अभय दीप बाराबंकी जिले की तहसील रामसनेहीघाट विकास खंड दरियाबाद के अंतर्गत गांव इंदरपुर के मूल निवासी अधिवक्ता स्व.बृजेश कुमार सिंह उर्फ गोपाल सिंह के पुत्र हैं।
अभय दीप सिंह के पिता जी का हाल ही में स्वर्गवास हो गया है। माता जी के साथ अभय दीप तीन भाई और दो बहन हैं।
अभय दीप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बड़े भाई अमर दीप सिंह फूड कार्पोरेशन आफ इंडिया में सेवा दे रहे हैं।दोनों बहनों का विवाह हो चुका है जिसमें से एक बहन शिक्षा विभाग में अध्यापिका है और एक ग्रहणी है। छोटा भाई पढाई कर रहा है।पत्नी शिवानी सिंह एमबीबीएस हैं और इस समय पीजी की तैयारी कर रही हैं।
मूल निवासी इंदरपुर दरियाबाद के हैं परन्तु पिता जी अधिवक्ता थे और बाराबंकी कचहरी में वकालत करते थे और बच्चों की शिक्षा व सुविधा के लिए बाराबंकी शहर के लखपेड़ाबाग में बने मकान में निवास करते थे।
माता पिता का सपना था जो पूरा हुआ लेकिन दुख है कि पिताजी अब हमारे बीच नहीं हैं।
अभय दीप ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बारे में बताया कि नर्सरी से इंटर तक की शिक्षा पायनियर बाराबंकी, किंग जार्ज स्कूल व डेबल स्कूल लखनऊ में ग्रहण की है उसके बाद बीटेक कंप्यूटर साइंस इन्द्रप्रस्थ गाजियाबाद से किया फिर टी सी एस बंगलौर से किया।
उसके बाद 2018 में पीसीएस की परीक्षा पास की और 2021 में अबकारी विभाग मे सीओ के पद पर सेक्टर छः गाजियाबाद में नियुक्त मिली।अबकारी विभाग में अपनी सेवा देने के साथ में ही आईएएस की तैयारी करते रहे। जिसके लिए दिल्ली में कुछ दिन कोचिंग ली उसके बाद सेल्फ स्टडी करते थे।
पांचवीं कोशिश में आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण की है। 25 अक्टूबर 2024 को रिजर्व लिस्ट के जारी हुए परीक्षा परिणाम में 30 वीं रैंक आई है।
अभय दीप सिंह ने बताया कि पैतृक गांव पढाई के दौरान बाराबंकी में निवास करते थे तो अक्सर आना जाना रहता था लेकिन जब से नौकरी में आये हैं बाहर ही रह रहे हैं इसलिए गांव बहुत कम आना हो पाता है।
अभयदीप सिंह ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पैतृक गांव इंदरपुर सहित पिताजी व परिवारजनों के जान पहचान के सहित तमाम क्षेत्रीय गणमान्यजनों द्वारा बधाई और शुभकामनाएं दी जा रही हैं जिससे खुशी की अनुभूति हो रही है।मैं उन सभी वरिष्ठ और गणमान्यजनो का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।
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