रिपोर्ट बृजेंद्र कुमार लोकतंत्र को बधाई! लोकतंत्र क्या है? समझाया "जायसवाल युवा मंच" ने अन्य संगठनों को दिखाया आईना! ह...
रिपोर्ट बृजेंद्र कुमार
लोकतंत्र को बधाई!
लोकतंत्र क्या है? समझाया "जायसवाल युवा मंच" ने अन्य संगठनों को दिखाया आईना!
हमने अबतक किसी भी पार्टी या संगठन में भाई भतीजावाद या शीर्ष पदों पर तानाशाह की तरह जमे रहने वाले लोग ही देखे हैं जो यही सिद्ध करता है कि उन्हें कुर्सी से प्यार है ना की अपने समाज या अपने दायरे के जनता से।
"जायसवाल युवा मंच" के प्रदेश अध्यक्ष "श्री अजितेश जायसवाल" ने अपने पद का त्याग कर पुनः लोकतान्त्रिक तरीके से चुनाव करा कर ये साबित कर दिया की उन्हें कुर्सी से नही अपने जायसवाल,कलवार समाज से प्यार है ना की पड़ या कुर्सी से।
जायसवाल युवा मंच के अध्यछ पद के चुनाव में पूरी तरह पारदर्शिता रखने के लिए कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए चुनाव को ज़ूम ऐप के माध्यम से लाइव आकर सबको अपने मत का प्रयोग करने की आज़ादी दी गयी। इसके लिए बाकायदा मीटिंग आईडी एवं पासकोड सार्वजनिक किया गया, संगठन से जुड़े एवं बाहर के तमाम स्रोतों के माध्यम से इस चुनाव प्रक्रिया में जुड़ने और अपने अध्यछ चुनने की स्वतंत्रता प्रदान की गयी। जिसके माध्यम से पूरे देश के अनेको संभ्रांत, प्रबुद्ध एवं युवा जनो ने अपनी सहभागिता के साथ एकमत से श्री अजीतेश जी को पुनः प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की सहमति जताई।
काफी समय तक ये भी अपील किया गया कि इस पद के लिए और लोग भी आवेदन करें परन्तु अजितेश जी की काबिलियत और ख्याति पर किसी को भी शक नहीं था।अंततः इस मीटिंग के प्रभार मण्डल द्वारा पुनः अजितेश जी को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
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