रिपोर्ट:- रविकांत द्विवेदी* कोंच-योगी सरकार ने मिट्टी की रॉयल्टी फ्री क्या की माफियाओं की बल्ले-बल्ले हो गई। जालौन में माफिया रा...
रिपोर्ट:- रविकांत द्विवेदी*
कोंच-योगी सरकार ने मिट्टी की रॉयल्टी फ्री क्या की माफियाओं की बल्ले-बल्ले हो गई। जालौन में माफिया रात के अंधेरे में जेसीबी की मदद से धरती का सीना चीरने में लगे हैं और जमकर ट्रेक्टरों के माध्यम से खनन कर रहे हैं। इन माफियाओं को पुलिस का खुलेआम संरक्षण है और पुलिस वाले माफियाओं के मिट्टी भरे ट्रैक्टर निकालने के लिये रात भर पहरा देते है। जिसकी तस्वीरे मीडिया के कैमरे में कैद हुई है। माफिया कृषि के लिये प्रयोग होने वाले ट्रेक्टरों को कामर्शियल में उपयोग करने में लगे है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने किसानों को सहूलियत देने के लिए मिट्टी की रॉयल्टी फ्री की थी, जिससे किसान अपने उबड़ खाबड़ खेतों को सही तरीके से ढाल सके और उन पर खेती कर सके। लेकिन रॉयल्टी फ्री होने का फायदा इन दिनों माफिया उठाने में लगे हैं माफिया पुलिस के संरक्षण में इन दिनों जमकर मिट्टी का अवैध खनन करने में जुटे है, जिसकी तस्वीरें जालौन के कोंच नगर में देखने को मिली है। यहां माफिया पुलिस के साथ मिलकर जमकर अवैध तरीके से मिट्टी का दोहन कर रहे हैं और उपजाऊ भूमि को खोखला करने में जुटे हैं। जेसीबी मशीन कोंच के पंचानन चौराहे पर चल रही है, जहां पर माफिया पुलिस के संरक्षण में जमकर धरती का सीना चीर रहे हैं और रात के अंधेरे में अवैध तरीके से मिट्टी की सप्लाई भी कर रहे हैं। यह सप्लाई कृषि प्रयोग में लाए जाने वाले ट्रैक्टरों से की जा रही हैं, जिनका प्रयोग माफिया कमर्शियल में करने में जुटे है। इन माफियाओं को मिट्टी खनन में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो इसके लिए पुलिस इनको सुरक्षा भी प्रदान कर रही है, जिसकी तस्वीरें मीडिया के कैमरे में कैद हुई है। यहां पुलिस वाले माफियाओं के साथ चाय की चुस्की लेते नजर आयेे। जब मीडिया का कैमरा चलता देखा तो माफिया भाग गया और वहीं पुलिस कर्मी इधर-उधर कैमरे से बचने के लिये भागने लगे।
बता दें कि योगी सरकार ने किसानों को सिर्फ 5 से 10 ट्राली मिट्टी बेचनेे की अनुमति दी हैैै, और उसी पर रॉयल्टी फ्री की थी, लेकिन माफिया रात के अंधेरे में पुलिस केेे संरक्षण में जमीनोंं को खोखला करने में लगे हैं। मिट्टी ले जाने वाले ट्रैक्टर चालकोंं ने बताया कि इसको उमेश पटेल द्वारा कराया जा रहा है। उनका कहना है कि उन्होंनेे अपना ट्रैक्टर कृषि प्रयोग के लिए खरीदा था, लेकिन इस समय वह मिट्टी खनन में प्रयोग में ला रहे है। यह ट्रैक्टर बिना नंबर केे ही मिट्टी ढोने में लगेे हैं, अब देखना यह हैै कि इन माफियाओं के खिलाफ जनपद के अधिकारी किस तरीके की कार्रवाई करते है।
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