*रिपोर्ट-स्वरूप श्रीवास्तव महराजगंज 14-07-2020* कालाजार के संभावित मरीज की होगी टीबी और एचआईवी की भी जांच डब्ल्यूएचओ और पाथ की...
*रिपोर्ट-स्वरूप श्रीवास्तव महराजगंज 14-07-2020*
कालाजार के संभावित मरीज की होगी टीबी और एचआईवी की भी जांच
डब्ल्यूएचओ और पाथ की मदद से प्रशिक्षित हुए चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी
*महराजगंज* ,14 जुलाई 2020
जनपद में 16 जुलाई से शुरू हो रहे प्रस्तावित दस्तक अभियान के तहत में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर कालाजार के सक्रिय मरीज भी ढूंढेंगी। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कालाजार के एक्टिव केस डिटेक्शन (एसीडी) अभियान के जरिये जो भी संभावित मरीज ढूंढे जाएंगे उनकी कालाजार की आरके-39 जांच के अलावा अनिवार्य तौर पर टीबी और एचआईवी जांच भी कराई जाएगी।
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक वेबिबनॉर आधारित प्रशिक्षण भी हो चुका है । वेबिबनॉर में वेक्टर बार्न डिजीज (वीबीडी) के नोडल अधिकारी डॉ.विवेक श्रीवास्तव समेत जनपद के सभी संबंधित चिकित्साधिकारी और स्वास्थ्यकर्मी प्रशिक्षित हुए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके सभी लोग प्रशिक्षु अपने-अपने सीएचसी-पीएचसी से जुड़ी आशा कार्यकर्ता को कालाजार के संबंध में संवेदीकृत करेंगे और उन्हें कोविड काल में एसीडी को सफल बनाने के तौर तरीके बताएंगे।
राज्य स्तर पर वेक्टर बार्न प्रोग्राम के संयुक्त निदेशक जेडी डॉ. वीपी सिंह द्वारा प्रशिक्षण के दौरान अभियान के सभी पहलुओं पर जो भी दिशा-निर्देश मिले हैं, उनका अनुपालन करवाया जाएगा। प्रशिक्षण में डब्ल्यूएचओ की तरफ से डॉ. तनुज और पाथ संस्था की ओर से डॉ. ज्ञान और डॉ. अर्पित ने जो भी तकनीकी जानकारियां दी हैं, उसे आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से समुदाय तक पहुंचाया जाएगा।
प्रशिक्षण प्राप्त वीबीडी के नोडल अधिकारी डॉ. विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि कालाजार उन्मूलन में बीमारी की समय से पहचान और अतिशीघ्र इलाज का अहम योगदान होता है। उन्होंने बताया कि समय से इलाज न मिलने पर 95 फीसदी मामलों में मृत्यु का खतरा रहता है।
अगर किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक समय से बुखार आ रहा हो, पेट में सूजन हो, वजन कम हो रहा हो और भूख में कमी जैसे लक्षण हैं तो वह कालाजार का संभावित मरीज हो सकता है!
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