सुशील सिंह रायबरेली कोविड-19 जहां अपने पैर पसार रहा है वही क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों के साथ अनियमितता भी सामने आ रही है जबकि मुख्...
सुशील सिंह
रायबरेली कोविड-19 जहां अपने पैर पसार रहा है वही क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों के साथ अनियमितता भी सामने आ रही है जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ऐसे लोग जो कोविड-19 के प्रभाव में आ गए हैं तथा उनका उपचार होम क्वारंटाइन करवा कर भी किया जा सकता है उन्हें हॉस्पिटल में ना रखा जाए उनको होम क्वॉरेंटाइन ही कराया जाए मगर जिला प्रशासन की दोहरी नीति के कारण क्वारंटाइन सेंटर में अपने चहेतों को 3 से 4 दिन तक रखा जाता है उसके बाद उनको होम क्वॉरेंटाइन करवा दिया जाता है जबकि वहीं पर अन्य सामान्य लोगों को 7 से 14 दिन तक क्वारंटाइन सेंटर में ही रखा जाता है जहां पर अनियमितता का आलम यह है कि खाने के लिए जो भोजन परोसा जाता है वह भी गुणवत्ता हीन होता है जबकि कोविड-19 कि बचाव के लिए सरकार की तरफ से इतना भारी भरकम बजट पास किया गया है उन सब में भी झोलझाल नजर आ रहा है रायबरेली के रेयान एल 1 हॉस्पिटल में अव्यवस्था का बोलबाला है वहां पर गंदगी की भरमार है टॉयलेट बहुत गंदे हैं साफ सफाई नियमित होती नहीं मरीजों के कमरे में पोछा तक नहीं लगाया जाता है जबकि इस महामारी में यह सब कोरोनावायरस गाइडलाइन के तहत आते हैं वहां भर्ती लोगों के साथ हो रहा है अमानवीय व्यवहार वह लोग विषम परिस्थितियों में भी समय बिताने को मजबूर है उनके स्वास्थ्य पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है । इसके साथ जब वहां पर भोजन वितरित किया जाता है तो सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं करवाया जाता है जोकि एक बड़े खतरे का इशारा करती है क्योंकि इस कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग मास्क सैनिटाइजर और इम्यूनिटी बढ़ाकर ही इस बीमारी से बचा जा सकता है ।
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