*रिपोर्ट-स्वरूप श्रीवास्तव महराजगंज 09-07-2020* *महाराजगंज* : जनपद केपरसा मलिक थाना क्षेत्र का रेहरा नाका इन दिनों तस्करी को ...
*रिपोर्ट-स्वरूप श्रीवास्तव महराजगंज 09-07-2020*
*महाराजगंज* : जनपद केपरसा मलिक थाना क्षेत्र का रेहरा नाका इन दिनों तस्करी को लेकर खूब चर्चा में है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी तस्करी पर अंकुश लगाने का झाम नहीं उठाना चाहते। तस्करी के इस धंधे में खाकी से खादी तक, तथा सिपाही से सुल्तान तक सभी शामिल हैं, यही कारण है कि तस्करी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
भारत-नेपाल सरहद पर सुरक्षा एजेंसियों के तमाम दावे जमीनी स्तर के बिल्कुल विपरीत हैं। जहां प्रतिदिन हजारों बोरी उर्वरक नेपाल भेजी जा रही है, वहीं कनाडियन मटर पाकिस्तानी छुहारा की खेप नेपाल से भारत आ रही है। अगर तस्करी रोकी जाती है तो जिम्मेदारों की कमाई भी रुक जाएगी। बस अपनी जेब गर्म होनी चाहिए। इस तस्करी के खेल में क्षेत्र के कुछ जनप्रतिनिधि भी अपनी रोटी सेंकने में लगे हुए हैं।
तस्करी का सरगना इसलिए जनप्रतिनिधियों को पार्टनर बनाए है कि वे सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क साढ़े रहें। बता दें कि अभी हाल ही में ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र में जिस तरह से छापेमारी में माल बरामद हुआ है, वह सुरक्षा एजेंसियों की पोल खोल कर रख देता है। सुरक्षा एजेंसियों के चौकसी के तमाम दावे जाने कहां गए।
रेहरा नाके से बड़े पैमाने पर तस्कर संलिप्त हैं, जो जिम्मेदारों से मिलकर इस नाके से हर वस्तु की तस्करी कर रहे हैं। अगर कोई बाहरी टीम इस नाके की निगरानी गुप्त तरीके से करे तो सब साफ हो जाएगा, जिसमें सतर्कता का दावा ठोकने वाले जिम्मेदारों की हकीकत भी खुलकर सामने आ जाएगी!
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