भैरु सिंह राठौड़ भीलवाड़ा, राजस्थान ! आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में किसी को किसी और के लिए कहीं कोई समय नहीं है, ऐसे में दूसरे को यातायात...
भैरु सिंह राठौड़
भीलवाड़ा, राजस्थान ! आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में किसी को किसी और के लिए कहीं कोई समय नहीं है, ऐसे में दूसरे को यातायात नियमों की जानकारी देने एवं उनकी सुरक्षा के लिए निशुल्क हैलमैट बांटकर उनकी जिंदगी को बचाने में वो जी जान से जुटे हुए हैं! गली गली, गाँव गाँव, शहर शहर लोगों के बीच सड़क सुरक्षा की अलख जगाने वाले और दुनिया में हैलमेट मैंन के नाम से जाने जाने वाले राघवेंद्र कुमार आज किसी परिचय के मोहताज नही है! हैलमेट मैंन राघवेंद्र कुमार ने इस संवाददाता भैरु सिंह राठौड़ को बताया कि वह लोगों को निशुल्क हैलमैट के साथ साथ पांच लाख रुपये के बीमा की सौगात भी दे रहे हैं! जो अपने आप में काफी सराहनीय है! सड़क दुर्घटना में अपने अजीज दोस्त को खो चुके हैलमेट मैंन राघवेंद्र कुमार ने सड़क दुर्घटना में किसी दुसरे घर का चिराग ना बुझे इसी उधेड़बुन में दिन रात लगे हुए हैं! अपने अजीज दोस्त की सड़क दुर्घटना में हुई मौत का गम हैलमेट मैंन राघवेंद्र कुमार को सालता हैं तो दूसरी ओर लोगों को निशुल्क हैलमैट बांटकर अपने दिल में थोड़ा सुकून महसूस करते हैं! हैलमेट मैंन राघवेंद्र कुमार ने इस अभियान को एक मिशन बना लिया है, और इसमें काफी हद तक वो सफल हुए हैं! हेलमेट मैन दिन के उजाले में सड़क पर दीप जला रहे हैं, सड़क दुर्घटना मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए! राघवेंद्र कुमार बताते हैं कि प्रतिदिन सड़क पर हजारों दुर्घटना होती है, जो सैकड़ों परिवार में हमेशा के लिए अंधेरा हो जाता है! कई चिराग प्रतिदिन घरों के बुझ जाते हैं! उन्हीं चिरागों की सुरक्षा के लिए आजकल हेलमेट मैन कैमूर जिले में ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र तक निशुल्क हेलमेट देकर सड़क सुरक्षा का प्रकाश जला रहे हैं! और हेलमेट के साथ साथ 5 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा भी दे रहे हैं! जिस परिवार का दीपक बुझेगा उस परिवार को 5 लाख की आर्थिक सहायता देने का लक्ष्य बनाकर सड़क सुरक्षा को मजबूती दे रहे हैं! क्योंकि दुर्घटना होने से किसी भी परिवार में छोटे बच्चों की शिक्षा ना रुके या माता-पिता को इलाज के लिए किसी से पैसे मांगने की जरूरत ना पड़े किसी भी परिवार के सदस्य को इसीलिए सभी हेलमेट के साथ 5 लाख का दुर्घटना बीमा दे रहे हैं! हेलमेट मैन अभी तक भारत के सभी राज्यों में पिछले 6 साल से 42000 हेलमेट बांटकर लगभग छह लाख बच्चों तक निशुल्क पुस्तकें दे चुके हैं!
सड़क दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए भारत को संपूर्ण तरीके से 100% साक्षर करने का मिशन बनाया हुआ है! इसलिए लोगों से पुरानी पुस्तक लेकर निशुल्क हेलमेट देते हैं, और जो उनके पास पुस्तक आती है वह गरीब बच्चों को निशुल्क देते हैं. इस करोना कॉल में स्कूल कॉलेज बंद होने की वजह से लोगों को 5 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा दे रहे हैं, जो भविष्य में किसी भी परिवार में घटना होने पर उन्हें मदद मिल सके! क्योंकि उनके दोस्त की सड़क दुर्घटना में 2014 में मृत्यु हो गई थी तब से लोगों को हेलमेट देने का कार्य कर रहे हैं. जिस दोस्त की मौत हुई थी उनके माता पिता पैसे के अभाव में तबीयत खराब होने पर इलाज नहीं करा पा रहे थे! क्योंकि उन्होंने बैंक से कर्ज लेकर अपने पुत्र को इंजीनियरिंग की शिक्षा दिला रहे थे, जो दुर्घटना होने के बाद परिवार के ऊपर आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा था! एक तरफ पुत्र खोने का गम और दूसरी तरफ कर्ज का संघर्ष दोनों ही परिस्थिति से आज भी लड़ रहे हैं! जो खुद का इलाज कराने के लिए सोचना पड़ता है. इन्हीं परिस्थितियों से सीख लेते हुए हेलमेट मैन भारत के लगभग सभी राज्यों में घूमते हुए हजारों ऐसे परिवार से मिल चुके हैं जो दुर्घटना में अपनों को खो चुके हैं! और ऐसी ही आर्थिक समस्या सभी जगह बनी हुई है! इसलिए हेलमेट के साथ 5 लाख का दुर्घटना बीमा दे रहे हैं, जो हर परिवार को आर्थिक सहायता मिल सके! हैलमेट मैंन राघवेंद्र कुमार बताते हैं कि कोई नहीं जानता कब किसके साथ क्या हो जाएगा! हर कोई से अंजाने हादसे से अनजान है लेकिन सड़क हादसा अपने देश में विश्व के सभी देशों से पहले स्थान पर है, इसलिए हेलमेट मैन अपने अभियान द्वारा सभी लोगों को निशुल्क पुस्तक और हेलमेट देकर भारत को 100% साक्षर बनाने के साथ साथ सड़क दुर्घटना मुक्त बना रहे हैं! हैलमेट मैंन राघवेंद्र कुमार के इस मानवता वादी इंसानियत के जज़्बे को सौ सौ सलाम है कि इस विषम परिस्थितियों में भी वो आज भी इस अभियान में पुरजोर तरीके से लगे हुए हैं, जो वाकई काबिले तारीफ है!
COMMENTS