रिपोर्ट, संतोष सिंह/अनन्त कुमार हैदरगढ़ बाराबंकी जनपद अंतर्गत हैदरगढ़ तहसीलदार व रजिस्टर अधिकारियों पर लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर ...
रिपोर्ट, संतोष सिंह/अनन्त कुमार
हैदरगढ़ बाराबंकी
जनपद अंतर्गत हैदरगढ़ तहसीलदार व रजिस्टर अधिकारियों पर लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर अधिवक्ताओं में अक्रोस व्याप्त है। उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है, प्रदेश का कोई भी विभाग भ्रष्टाचार से परे नहीं है।
प्रदेश सरकार अधिकारियों के सामने नतमस्तक नजर आ रही है, आखिर इसके पीछ क्या कारण है?
आपको बताते चलें कि तहसील हैदरगढ़ मे बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के अध्यक्षता में धरना प्रदर्शन किया गया, जिसमें सैकड़ों अधिवक्ताओं ने भाग लिया, अधिवक्ताओं का आरोप है कि सब रजिस्टर हैदरगढ़ निधि चतुर्वेदी का आचरण एवं कार्य व्यवहार सामान्य सेवा नियमावली के प्रतिकूल होने के कारण उनके विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित किया गया, निंदा प्रस्ताव में यह आरोप लगाया गया है कि विक्रय विलेख में 3% की खुली घूत की मांग न पूरा होने पर अधिवक्ताओं को रजिस्ट्री कार्यालय में प्रवेश देने पर रोक दिया, दिनांक 26/7/ 2021 को बार अध्यक्ष तथा अन्य अधिवक्ताओं से खुलेआम सुविधा शुल्क की मांग की गई, वर्तमान तहसीलदार विश्वामित्र सिंह द्वारा कोरोना कॉल के बाद से अब तक किसी भी दिन खुले न्यायालय में न्यायिक कार्य किया गया इसके बावजूद विवादित मामलों में आदेश पारित कर न्याय का खुला मखौल उड़ा रहे हैं,तहसीलदार अपने चेंबर में नहीं बैठते हैं, तथा जब भी कभी तहसील आते हैं तो आवास से ही कार्य करते हैं, जहां पर दलालों का जमघट लगा रहता है, मामला यहीं तक नहीं रुकता है उनके द्वारा अब विवादित वादे निर्णय आदेश पारित नहीं किए जा रहे है, रजिस्टर हैदरगढ़ निधि चतुर्वेदी तथा तहसीलदार हैदरगढ़ विश्वामित्र सिंह के आचरण एवं कार्य व्यवहार से क्षुब्ध हैं , अधिवक्ताओं ने आरोपित अधिकारियों के संबंध में उच्च अधिकारियों को 3 दिन पहले ज्ञापन दिया, उपरोक्त अधिकारियों के ऊपर लगे आरोप के प्रकरण के संबंध में पत्रकार बंधुओं ने फोन पर मिलने के लिए बात कही तो मिलने के लिए हां कह दिया, लेकिन फिर भी पत्रकारों को घंटों बाहर खड़े होने के बाद भी उप जिला अधिकारी पत्रकारों से मिलने समय नहीं है, इससे यह जाहिर होता है कि भ्रष्टाचार नीचे अस्तर से लेकर के ऊपर अस्तर तक व्याप्त है। अधिवक्ताओं ने रजिस्ट्रार व तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी की, और कहा है कि जब तक आरोपित अधिकारियों का स्थानांतरण नहीं होता है तब तक हम कार्य का बहिष्कार करेंगे धरना प्रदर्शन में उपस्थित अधिवक्ता गण बार एसोसिएशन अध्यक्ष रामअचल मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष यश करन तिवारी, महामंत्री हरीश चंद्र सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ पांडे, उपाध्यक्ष प्रथम राधे लाल, उपाध्यक्ष तृतीय राम प्रसाद तिवारी, कोषाध्यक्ष मुंशीलाल, संयुक्त मंत्री प्रशासन मनीष सिंह, संयुक्त मंत्री प्रकाशन अखिलेश कुमार मिश्रा, वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य सुरेंद्र बक्स सिंह, देवेंद्र सिंह चौहान, रामदास बर्मा, कनिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य विजय कुमार यादव, हरिहर प्रसाद मिश्रा, विजय राज सिंह, बालकरण सिंह, विजू सिंह, हरि गोविंद सिंह, संजय सिंह, हरीश सिंह, कुलदीप शर्मा, कमाल खां आदि अधिवक्ता गण धरना प्रदर्शन में उपस्थित थे।
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