न्यूज़ ऑफ इंडिया(एजेंसी) बाराबंकी: 18 जून,2025 "कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती" इस प्रेरणादायक पंक्ति को साकार कर दिखाया है...
न्यूज़ ऑफ इंडिया(एजेंसी)
बाराबंकी: 18 जून,2025
"कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती" इस प्रेरणादायक पंक्ति को साकार कर दिखाया है राजकीय इंटर कॉलेज, निन्दूरा बाराबंकी के मेधावी छात्र विजय कुमार गौतम ने न केवल इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा 2024 में विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया, बल्कि अपने पहले ही प्रयास में नीट (मेडिकल) जैसी कठिनतम प्रतियोगी परीक्षा को भी सफलतापूर्वक उत्तीर्ण कर जनपद का नाम गौरवान्वित किया है।विजय एक अत्यंत साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि से आते हैं। उनके पिता बृजलाल, बटाई पर खेती एवं दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। सीमित संसाधनों और कठिन परिस्थितियों में भी विजय ने अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ा और कठोर परिश्रम व आत्मविश्वास से यह सफलता अर्जित की और अब डाक्टर बनेगा गाँव का लाल।विजय ने बताया, “मैं अपने परिवार का पहला सदस्य हूं जिसने इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण की है। मेरी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर रही, लेकिन विद्यालय के प्रधानाचार्य भानु प्रताप सिंह एवं समस्त गुरुजनों का मार्गदर्शन, प्रोत्साहन और विश्वास मिला तथा जिला विद्यालय निरीक्षक का नवाचार "मिशन पहचान" के अंतर्गत होने वाले ओएमआर आधारित परीक्षा मेरे लिए सबसे बड़ा संबल बना।”उन्होंने यह भी बताया कि माध्यमिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश के यूट्यूब चैनल तथा खान अकादमी जैसे ऑनलाइन शैक्षिक प्लेटफॉर्म्स से उन्हें विषयवस्तु को समझने और परीक्षा की तैयारी में अत्यंत सहयोग मिला।
विजय की इस असाधारण सफलता पर जिला विद्यालय निरीक्षक, बाराबंकी ओ०पी० त्रिपाठी ने छात्र को सम्मानित करते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि, “विजय जैसे प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की उपलब्धियाँ सीमित संसाधनों में भी उच्च लक्ष्य पाने की प्रेरणा देती हैं। यह समस्त छात्र समुदाय के लिए अनुकरणीय उदाहरण है।”
इस अवसर पर समग्र शिक्षा के जिला समन्वयक अखिलेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने विजय की उपलब्धि को समग्र शिक्षा अभियान की प्रभावशीलता का उदाहरण बताते हुए कहा कि, “सरकारी विद्यालयों के छात्र भी यदि सही दिशा और संसाधन पाएँ तो किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं। विजय की सफलता इसकी जीवंत मिसाल है।”
प्रधानाचार्य भानु प्रताप सिंह ने कहा, “विजय ने यह सिद्ध किया है कि यदि संकल्प मजबूत हो और प्रयास निरंतर हों, तो कोई भी बाधा लक्ष्य के मार्ग में रोड़ा नहीं बन सकती। हमारी कोशिश रही है कि हम हर छात्र को उसका सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करें और विजय इसका श्रेष्ठ उदाहरण है।”
विद्यालय परिवार एवं स्थानीय समुदाय में विजय की इस उपलब्धि को लेकर हर्ष और गौरव की लहर है। यह सफलता उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत है जो विषम परिस्थितियों में भी बड़ा सपना देखने और उसे साकार करने का साहस रखते हैं।
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