सुशील सिंह रायबरेली अभी बीते कुछ दिन पहले एक प्राइवेट लैब में रायबरेली के जाने-माने डॉक्टर धीरज सिंह चंदेल को कोरोना रिपोर्ट में...
सुशील सिंह
रायबरेली अभी बीते कुछ दिन पहले एक प्राइवेट लैब में रायबरेली के जाने-माने डॉक्टर धीरज सिंह चंदेल को कोरोना रिपोर्ट में पॉजिटिव दिखाया गया था जिसको प्रशासन ने संज्ञान में लेकर आनन फानन L2 हॉस्पिटल लखनऊ में शिफ्ट करवा दिया गया जहां पर उनकी फिर से जांच करवाई गई जिसमें वो, रिपोर्ट में नेगेटिव पाए गए हैं !
अब सवाल यह बनता है कि आखिर इतने बड़े मामले में कहां चूक हो गई जिससे कि एक जाने-माने डॉक्टर को तुरंत कोरोना पॉजिटिव घोषित करके L2 हॉस्पिटल में शिफ्ट करवा दिया गया !
इस मुद्दे पर रायबरेली आई एम ए ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाए कि बिना सही तरीके से जांच कराए हुए डॉ धीरज सिंह चंदेल को कोरोनावायरस से घोषित कर दिया गया
प्रेस विज्ञप्ति दिनांक 8 मई 2020
IMA रायबरेली समस्त मीडिया बंधुओं का हार्दिक धन्यवाद करता है कि हमारे न्यायिक और तर्कसंगत मांगों व विरोध को जनता के सामने प्रस्तुत करने में बड़ी मदद की।
चिकित्सकों के प्रति प्रशासन के संवेदनहीन रवैये के प्रति IMA रायबरेली के आंदोलन को प्रदेश स्तर पर UPIMA, UPNHA, UPIAP जैसी प्रतिनिधि संगठनों का आशातीत सहयोग मिला है व विभिन्न फोरम पर हमारी बात भी उठाई जा रही है।
यह सर्वविदित है कि एक मामूली प्राइवेट पैथोलॉजी लैब की रिपोर्ट के आधार पर एक जागरूक व जिम्मेदार चिकित्सक को किस तरह प्रताड़ित किया गया। उसके संस्थान को सील कर दिया, मीडिया में उसे लालची, गैरजिम्मेदार, हत्यारा और भी लांछन लगाते हुए FIR तक विभिन्न आपराधिक धाराओं में कर दिया गया।
कोई ये बताये कि बिना रिपोर्ट सरकारी लैब से कन्फर्म किये, क्या इतनी त्वरित दंडात्मक कार्यवाई उचित थी? इतनी जल्दी क्या थी। चिकित्सक एवं उसका परिवार जब क्वारंटाइन में सरकारी संरक्षण में ही मौजूद था तो क्यों नही पहले जांच की गई , उसके बाद दंडात्मक कार्रवाई की जाती।
अब जबकि डॉ चंदेल की फाइनल रिपोर्ट लखनऊ से नेगेटिव आ चुकी है, प्रशासन का क्या रुख होगा? उनको और उनके परिवार को जिस मानसिक संताप का सामना करना पड़ा है उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?
आज जब पूरा चिकित्सक समुदाय इस घटना से आहत है, ऐसे में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नही होगी, इसका अगर शासन से लिखित आश्वासन नहीं मिला तो IMA अपना विरोध पूरे जोर से दर्ज करता रहेगा।
ऐसे भययुक्त माहौल में सभी चिकित्सक अपनी सेवायें देने में असमर्थ महसूस करते हैं।
हम शासन से भारत सरकार द्वारा होम क्वॉरेंटाइन की गाइडलाइन के आलोक में जिम्मेदार चिकित्सकों तथा उनके परिवार के लिए होम क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग करते हैं।
साथ ही हम आपके माध्यम से जनता जनार्दन से चिकित्सकों के समर्थन में संवेदना पूर्ण सहयोग की कामना करते हैं।
डॉ अजय श्रीवास्तव
डॉ के पी वर्मा
डॉ मनीष त्रिवेदी
डॉ मनीष चौहान
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