रिपोर्टर सौरभ ओझा प्रतापगढ़। कोरोना जैसी इस महामारी के समय मे हम आपको लोगों को अपनी पूरी सुरक्षा में रहते हुए ही किसी प्रकार का ...
प्रतापगढ़। कोरोना जैसी इस महामारी के समय मे हम आपको लोगों को अपनी पूरी सुरक्षा में रहते हुए ही किसी प्रकार का काम करे। ऐसे समय मे हम आपको घर मे रहना और ऐसे मे आइए हम आप आनंद लेते है प्रतापगढ़ के मशहूर कवि व शायर अनूप प्रतापगढी जी की यह कविता--
हैरत है तू सहारा क्या देगा,
मैं दरिया हूँ किनारा क्या देगा,
इस क़दर तहरीस मुझे मत दिया कर,
तू पर्वत को नजारा क्या देगा,
जो तोड़ कर बैठा है बापका दिल,
वो भाई को गुज़ारा क्या देगा,
तेरे प्यार में अब तलक महकता हूँ,
तुझ सा कोई दोबारा क्या देगा।
COMMENTS