सुशील सिंह लॉक डाउन के बाद अनलॉक में उनके परिजन कैसे कराएं ऑनलाइन पढ़ाई बेरोजगारी आ रही आड़े ! रायबरेली सरकारी स्कूल के बच्चे ल...
सुशील सिंह
लॉक डाउन के बाद अनलॉक में उनके परिजन कैसे कराएं ऑनलाइन पढ़ाई बेरोजगारी आ रही आड़े !
रायबरेली सरकारी स्कूल के बच्चे लॉकडाउन के बाद अब हम लोग अनलॉक-5 में में पहुंच गये है और मुख्यमंत्री का आदेश भी हो चुका है कि 15 अक्टूबर से सभी विद्यालय कर दो के साथ खुल जाएंगे ! वहीं आज एक ऐसी तस्वीर देखने को मिली जिसे देखकर आपकी भी आंखों में आंसू आ जाएंगे क्योंकि सभी विद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी है ! वही सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित हैं जिसका कारण है उनके परिवार की निर्धनता उन्हें तो 2 जून की रोटी भी नसीब नहीं हो पा रही है आज ऐसी ही तस्वीर रायबरेली में देखने को मिली जहां एक सरकारी स्कूल का बच्चा भीख मांगते हुए रोड पर देखा गया रोंगटे खड़ा कर देने वाला दृश्य रायबरेली का है यह सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है और बीजेपी से यहां पर तीन तीन विधायक मौजूदा हैं लेकिन धरातल पर अगर देखा जाए तो कोई भी विकास देखने को नहीं मिल रहा !जहां सरकार नारा दे रही है खूब पढ़ो आगे बढ़ो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जय जवान जय किसान वहां ना तो आज किसान सुरक्षित और ना ही बेटी सुरक्षित और पढ़ाई के नारों को तो आप भूल ही जाए क्योंकि इस लॉक डाउन की समय सीमा में ना तो पढ़ाई हो पाई और ना ही इन मंचों से किए गए दावे और वादे भी जमीनी हकीकत से कोसों दूर हैं ! दरअसल मामला खसपरी गांव के सरकारी विद्यालय का है जहां का एक बच्चा सड़कों पर भीख मांग रहा था मीडिया कर्मियों की नजर पड़ते ही उस बच्चे से बात की गई तो उसने बताया कि खाने के लिए कुछ नहीं है इसलिए हमें भीख मांगना पड़ रहा है अब सरकार दावे जरूर कर नहीं है कि ऑनलाइन पढ़ाई से देश के भविष्य छात्रों छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित ना हो इसलिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था कराई जाए लेकिन सवाल यहां पर यही खड़ा होता है कि जो बच्चे सरकारी स्कूलों में मध्य भोजन की लालच और फ्री किताबें ड्रेस और वहां से मिलने वाली सुविधाओं के लिए पढ़ाई करने जाते हैं आखिर उनका परिवार ऑनलाइन पढ़ाई अपने बच्चों को कैसे कराये
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