डा ० दिलीप कुमार झा पत्रकार झारखंड । दिनांक —23/4/2024 गोड्डा — आगामी लोक सभा चुनाव में अब अपनी जीत के लिए उम्मीदवार मैदान में...
डा ० दिलीप कुमार झा पत्रकार झारखंड ।
दिनांक —23/4/2024
गोड्डा — आगामी लोक सभा चुनाव में अब अपनी जीत के लिए उम्मीदवार मैदान में खुल कर एक दूसरे के सामने खुल कर आ चुके हैं । इस चुनावी संग्राम में गोड्डा लोक सभा क्षेत्र में भाजपा के मजबूत स्तंभ कहे जाने वाले विकास पुरुष डा ० निशी कांत दुबे के सामने महा गठबंधन कांग्रेस विधायक दल के नेता पोडैया हाट विधायक प्रदीप यादव लगातार तीसरी बार उनसे पराजय के बाद फिर एक बार उनके सामने हैं पार्टी कोई भी हो लेकिन विपक्ष का चेहरा प्रदीप यादव ही रहते हैं और चौथी बार भी सीधा मुकाबला इन्ही दोनो के मध्य है ।
जबकि भाजपा प्रत्याशी श्री दुबे ने खुले मंच से पहले ये घोषणा कई बार कर दी थी अगर प्रदीप यादव मेरे मुकाबले में होंगे तो मैं प्रचार के लिए मतदाताओं के घर घर नही जाऊंगा इसके लिए मेरे कार्यकर्ता ही काफ़ी हैं । इस घोषणा के बाद कांग्रेस और महागठबंधन के प्रत्याशी के रूप में महिला प्रत्याशी महगामा विधायक दीपिका पांडे सिंह को टिकट मिल गई और सारा चुनावी समीकरण ही बदलने लगा । लेकिन प्रदीप यादव के समर्थकों के भारी विरोध को देखते हुए आला कमान ने दीपिका पांडे सिंह की उम्मीदवारी को रद्द कर पुनः प्रदीप यादव को टिकट देकर गोड्डा लोक सभा क्षेत्र का उम्मीदवार बना दिया । भाजपा उम्मीदवार डा ० निशिकांत जो तीन बार लगातार अपने विरोधी रहे प्रदीप यादव को चुनाव मैदान में इसी क्षेत्रमे तीन बार पराजित कर चुनाव जीत चुके हैं वही उनके सामने चौथी बार फिर मुकाबले के लिए सामने आ गए ।
यद्यपि बलात्कार और छेड़ खानी जैसे कानूनी विवादों में घिरे न्यायालय में उनके विरुद्ध आरोप लगाए गए हैं और उनपर मुकदमे चल रहे हैं दुमका कोर्ट में उन्हे उपस्थित भी होना पड़ा प्रत्याशी बनने के बाद भी ।
गोड्डा लोक लोक सभा में द्विपक्षीय संघर्ष है भाजपा और महा गठबंधन की इंडी उम्मीदवार के मध्य ।समीकरण बताने की आवश्यकता नहीं अब इस देश का बच्चा बच्चा जनता है जाति और धर्म पर आधारित राजनीति में कौन किसके साथ हैं ये पूरे भारत वर्ष का दुर्भाग्य और लोकतंत्र की विवशता है जिसने भारतीय राजनीति को दोराहे पर लाकर छोड़ दिया है । और इसका परिणाम भी इस देश की जनता पिछले 50 वर्षों से देख रही है । क्षेत्रीय पार्टियां जाति और धर्म का समीकरण बिठाकर बहुसंख्यक समुदाय को जातियों में बांटकर और अन्य जातियों को अल्प संख्यक बनाकर उन्हें उपेक्षित कर अल्प संख्यक समुदाय की तुष्टिकरण के साथ राजनीति में अपना परचम लहराते हुए परिवार वाद ,भ्रष्ट्राचार ,जन कल्याण के नाम पर राज कोष की लूट ,अपराधियों को संरक्षण ,अपराधियों का सत्ता में प्रवेश ,संविधान और कानून की धज्जियां उड़ाते हुए सत्ता पर काबिज होते रहे । गांव वीरान होने लगे और शहरों में अप्रत्यासित भीड़ बढ़ने लगी । असुरक्षा का माहोल फैलने लगा और अपराध चरम सीमा पर पहुंचने लगी । प्रशासन में ऐसे लोगों की नियुक्तियां होने लगी जो जाति संरक्षक बन कर अन्याय की सीमा को पार कर कमजोर आम नागरिकों जिनकी सुरक्षा का भार उनपर था वो उनके शोषक बन गए ।
इस लोकतंत्र के नाम पर सारे अलोकतांत्रिक कार्य होने लगे और सत्ता के मद में चूर इन नेताओं ने जी भर कर अन्य जातियों का दोहन शोषण मजबूरी का फायदा उठा कर जंगल राज पार्ट वन और पार्ट टू चलाकर अथाह संपत्तियां अर्जित की और अपने साम्राज्य का बिगुल फूका जो एक गुलाम देश पर आक्रमण कारी करते थे ,ये देश उस दौर से भी गुजरा है ।देश की आम जनता जिसे राजनीति से कोई मतलब नहीं भोजन वस्त्र आवास रोजगार शिक्षा चिकित्सा यातायात के साथ क्षेत्रीय विकास पेय जल कृषि के लिए पटवन सड़क रेल हवाई जहाज जैसी सुविधा चाहती है साथ ही केंद्र में एक मजबूत और स्थिर सरकार भी जो हमारे अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा कर देश की सुरक्षा करे । यही उम्मीद देश की आम जनता केंद्र और राज्य सरकारों से करती है ।
ये लोक सभा चुनाव सिर्फ एक चुनाव नही आपके देश का वर्तमान और भविष्य है । यहां न जाति काम करती है ना धर्म दीमक बने इस देश को चूसने वालों को ,देश द्रोहियों और भ्रष्ट्राचारियों को सत्ता से हटा कर देश को विकसित राष्ट्र आर्थिक संपन्न राष्ट्र सशक्त राष्ट्र बनाने में अपनी भूमिका का निर्वाह करते हुए ऐसे उम्मीदवार को अपना मत दें जो सिर्फ आपकी ही नही पूरे क्षेत्र की जनता की कामना और आकांक्षाओं को पूरा करे और आने वाले भविष्य मे आपके बच्चों का भी भविष्य भी सुरक्षित रहे ।
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