रिपोर्ट- सौरभ गुप्ता कासगंज: कासगंज शहर के मोहल्ला सूत की मंडी की रहने वाली आशा कार्यकर्ता नीलम घर-घर कोरोना जांच सम्बन्धी सर्वे में तैनात थ...
रिपोर्ट- सौरभ गुप्ता
कासगंज: कासगंज शहर के मोहल्ला सूत की मंडी की रहने वाली आशा कार्यकर्ता नीलम घर-घर कोरोना जांच सम्बन्धी सर्वे में तैनात थीं। इसी दौरान 32 वर्षीया नीलम को कोविड-19 का संक्रमण हो गया और उन्हें आइसोलेट होना पड़ा। नीलम ने हार नहीं मानी और अपनी हिम्मत और जज्बे से कोरोना को मात दी। अब वह दोबारा से कोविड के प्रति लोगों को जागरुक करने में जुट गयीं हैं।
नीलम बताती हैं कि घर-घर सर्वे के दौरान ही उनको सर्दी, बुखार, ज़ुकाम आदि की शिकायत हुई। इस पर उन्होंने कोरोना की जाँच कराई। रिपोर्ट निगेटिव आई, उसके दस दिन पश्चात परिवार के एक सदस्य दिल्ली से आये और उनको सांस लेने में दिक्कत होने लगी। उनका चेकअप कराया गया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सुरक्षा के लिहाज से उनकी पूरे परिवार की जांच कराई गई, जिसमें नीलम की रिपोर्ट पाजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मामो फैसिलिटी सेंटर चलने को कहा और वह वहां जाकर भर्ती हो गईं। यहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा आइसोलेशन वार्ड में उनका उपचार कराया गया। सात दिन आइसोलेशन वार्ड में रहने के बाद उनकी दोबारा जांच कराई गई। इस बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। अब वह कोरोना से मुक्त हो गईं थीं। नीलम को घर भेज दिया गया और सात दिन के लिये होम आइसोलेट कर दिया गया। नीलम ने होम आइसोलेशन के सभी नियमों को निभाया। उन्होने बताया कि उनके घर में एक अलग रूम टॉयलेट वाशरूम और सारी सुविधा थी। इस दौरान उन्होंने इनका ही इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्हें उनके परिवार और रिश्तेदारों का सहयोग मिला, उनके रिश्तेदार, घर वाले लगातार फोन कॉल के ज़रिये उनकी खैरियत लेते रहे और उनकी हिम्मत बंधाते रहे।
उन्होंने बताया कि पड़ोसियों की ओर से उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को इस दौरान भेदभाव का भी सामना करना पड़ा। लेकिन अपनी हिम्मत के बल पर नीलम फिर से स्वस्थ हो गई हैं और दोबारा से ड्यूटी कर रही हैं और लोगों को जागरुक करने का जिम्मा उन्होंने फिर से उठा लिया है। वह लगातार घर-घर जाकर लोगों से सवाल करती हैं कि कोई बीमारी तो नही है, यदि बीमारी है तो अपना चेकअप कराये और डरें नही। वह इस दौरान सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखती हैं। ड्यूटी से घर लौट कर वह सबसे पहले हाथ धोती हैं और नहा-धोकर कपड़े मास्क सब धोकर परिवार से मिलती हैं। वह समुदाय मे कोरोना के बचाव के सन्देश दे रहीं हैं कि मास्क का उपयोग करें। कम से कम बाहर जाएं। सेनिटाइज़र का उपयोग करें। हाथों को समय समय पर साबुन पानी से धोएं। शारीरिक दूरी बनाये रखें और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
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