उर्वरक वितरण केंद्र पर अनियमितता मिलने पर सम्बन्धित सचिव के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश न्यूज़ ऑफ इंडिया (एजेंसी) बाराबंकी: 31 अक्टूबर 2025...
उर्वरक वितरण केंद्र पर अनियमितता मिलने पर सम्बन्धित सचिव के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश
न्यूज़ ऑफ इंडिया (एजेंसी)
बाराबंकी: 31 अक्टूबर 2025
बाराबंकी डीएम शशांक त्रिपाठी ने शुक्रवार को जनपद के नवीन मंडी परिसर स्थित विभिन्न धान क्रय केंद्रों एवं वी पैक्स मुबारकपुर साधन सहकारी समिति पर स्थित उर्वरक वितरण केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया तथा अधिकारियों को किसानों की सुविधा के लिए कड़े निर्देश जारी किए।
उर्वरक वितरण केंद्र पर अनियमितता – सचिव के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि केंद्र पर उस समय कोई भी किसान उर्वरक क्रय नहीं कर रहा था। केंद्र पर एनपीके की 326 बोरी एवं एनपीके की 500 बोरी उपलब्ध पाई गई। सचिव ने बताया कि नई खेप आज ही प्राप्त हुई है, जबकि 21 अक्टूबर को प्राप्त 500 बोरी डीएपी का वितरण किसानों में किया जा चुका है।
जिलाधिकारी ने बिक्री रजिस्टर का अवलोकन किया, जिसमें कृषकों की भूमि विवरण अंकित नहीं था तथा कृषकों के हस्ताक्षर अधूरे पाए गए। इस पर उन्होंने सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता को सचिव का स्पष्टीकरण प्राप्त कर विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
डीएम ने की किसानों से फोन पर बात जानी उर्वरक वितरण की हकीकत
जिलाधिकारी ने कृषकों राममनोहर (कुम्हारवां), मान सिंह, जितेन्द्र कुमार तथा उदयवीर (रामबली) से दूरभाष पर संपर्क कर उर्वरक प्राप्ति की स्थिति की जानकारी ली। सभी ने उर्वरक प्राप्त होने की पुष्टि की, जबकि एक किसान ने आंशिक मात्रा मिलने की बात कही। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिया कि किसानों को उनकी फसल संस्तुति व जोत के अनुरूप उर्वरक की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
धान क्रय केंद्रों पर मिली तकनीकी व संचालन संबंधी खामियां
नवाबगंज क्षेत्र के धान क्रय केंद्रों के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि कुछ केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक कांटा, पावर डस्टर, बेंच, माप उपकरण आदि सही स्थिति में नहीं थे।
कुछ केंद्रों पर आईआरआईएस स्कैन में त्रुटियों के कारण खरीद ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड नहीं हो रही थी, जिससे किसानों को असुविधा हो रही थी।उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को तुरंत ऑनलाइन अपडेट एवं सिस्टम रीसेट कराए जाने का निर्देश दिया।केंद्रों पर धान की तौल पूरी होने के बावजूद पोर्टल पर एंट्री लंबित पाए जाने पर जिलाधिकारी ने आईटी प्रभारी कंपनी के अधिकारियों को फोन पर फटकार लगाई तथा तत्काल सुधार के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि “किसी भी किसान को बिना धान बेचे केंद्र से लौटने न दिया जाए। जिनका धान तौला जा चुका है, उनका भुगतान प्राथमिकता के आधार पर कराया जाए।
केंद्रों की सफाई और सुविधा पर भी नाराजगी
निरीक्षण के दौरान कुछ केंद्रों पर साफ-सफाई एवं पीने के पानी की उचित व्यवस्था नहीं पाई गई। इस पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी केंद्रों पर स्वच्छता, तौल की पारदर्शिता और कृषकों के लिए बैठने की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित की जाए।
जिलाधिकारी ने उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, सहायक निबंधक सहकारिता एवं जिला प्रबंधक पीसीएफ को निर्देशित किया कि प्रत्येक अधिकारी 05-05 समितियों का नियमित निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।साथ ही निर्देश दिया कि जनपद की सभी समितियों पर फास्फेटिक उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने दो टूक कहा कि “किसानों के हित से समझौता किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं। यदि किसी केंद्र पर धान खरीद या उर्वरक वितरण में लापरवाही पाई गई तो संबंधित के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 की धारा 3/7 के तहत कार्यवाही की जाएगी।

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