*रिपोर्टर दीपेंद्र कुमार* सरेनी (रायबरेली)-रिटायर्ड सुबेदार पवन सिंह संस्थापक जयहिन्द युवा सेना ने बताया कि आॅनलाइन पढ़ाई और ब...
*रिपोर्टर दीपेंद्र कुमार*
सरेनी (रायबरेली)-रिटायर्ड सुबेदार पवन सिंह संस्थापक जयहिन्द युवा सेना ने बताया कि आॅनलाइन पढ़ाई और बढ़ते कोरोना के विषय पर जयहिंद युवा सेना की बैठक हुई इस पर विस्तार से चर्चा हुई कि क्या आॅनलाइन से बच्चे कुशलता पूर्वक पढ़ पायेंगे?खासकर कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चे,जिसमें बच्चों को लगातार 5 घंटे आॅनलाइन रहना पडेगा! जबकि जब बच्चे रेगुलर कक्षाओं में पढ़ते थे तो भी कुछ बच्चे औसत या औसत से नीचे उनका परिणाम रहता है तो आनलाइन कक्षाएं कितना उपयोगी होंगी यह समझ से बाहर है!5 घंटे बच्चे लगातार आनलाइन नहीं रह पायेंगे!डाक्टरों के अनुसार बच्चों को ज्यादा देर तक आॅनलाइन नहीं रहना चाहिए।
क्योंकि उससे बच्चों की आंखों और दिमाग पर अनावश्यक तनाव और दबाव पड़ेगा! डाक्टरों का कहना है कि रिपोर्ट्स कहती हैं कि बच्चों की आंखे तिरछी हो सकती है अगर ज्यादा देर बच्चे आॅनलाइन रहेंगे तो,वहीं दूसरी तरफ मानसिक विकास भी बाधित होगा! सुबेदार रिटायर्ड पवन सिंह ने यह भी बताया कि बैठक में बढ़ते कोरोना को देखते हुए बृहद चिंता व्यक्त की गई कि इस हालत में स्कूल ना खोले जायें! खासकर कक्षा 8 तक के बच्चों के लिए,क्योंकि यह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर पायेंगे और परिणाम बहुत ज्यादा़ भयावह होंगे तथा संक्रमितों की संख्या में इजाफा होगा! उन्होंने कहा कि जयहिंद युवा सेना की प्रधानमंत्री से अपील है कि पढ़ाई से ज्यादा बच्चों का जीवन ज्यादा महत्वपूर्ण है जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं बनती है तब तक स्कूल ना खोले जायें!जहां तक आनलाइन पढ़ाई की बात है।
तो जयहिंद युवा सेना ने सुझाव देते हुए कहा कि आॅनलाइन पढ़ाई का समय कम किया जाय,बच्चों को नोट्स ह्वाट्स अप पर पीडीएफ फाइल में कम से कम नोट्स दिए जायें,फीस आधी की जाये,अध्यापकों को पूरा वेतन दिया जाये,स्कूल आधी फीस से पूरा ना होने पर अपनी प्राॅफिट से पूरा करें!जयहिंद युवा सेना की मांग है कि केंद्र और राज्य सरकारें इस पर अविलंब विचार करें,क्योंकि बहुत सारे अभिभावक शहरों में किराए पर रहकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं और लाॅकडाउन की वजह से घर पर रह रहे हैं पर किराया देना पड़ रहा है!
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