अजय ठाकुर देश के महान चिकित्सक डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय का जन्मदिन और पुण्यतिथि 1 जुलाई को होती है। यह दिन भारत के महान ...
अजय ठाकुर
देश के महान चिकित्सक डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय का जन्मदिन और पुण्यतिथि 1 जुलाई को होती है। यह दिन भारत के महान चिकित्सक को सम्मान और श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उन्हीं की याद में देशभर में डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जाता है।
यह खास दिन स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले उन तमाम डॉक्टरों को समर्पित है जो हर परिस्थिति में डॉक्टरी मूल्यों को बचाए रखते हुए अपना फर्ज निभाते हुए मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराते हैं।
देश में सबसे पहले नेशनल डॉक्टर डे साल की शुरुआत 1 जुलाई 1991 में तत्कालिक सरकार द्वारा की गई थी। तभी से हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जाने लगा।
देश में सबसे पहले नेशनल डॉक्टर डे साल की शुरुआत 1 जुलाई 1991 में तत्कालिक सरकार द्वारा की गई थी। तभी से हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जाने लगा।
इस अवसर पर आज दिनांक 1 जुलाई 2020 दिन बुधवार को दरियाबाद विधायक संतीश चंद्र शर्मा ने बनीकोडर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामसनेहीघाट, दरियाबाद मथुरा नगर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व टिकैतनगर के समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुँच कर संचारी रोग से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान का फीता काट कर शुभारम्भ किया और सभी चिकित्सा अधीक्षकों से कोविड 19 के संक्रमण से स्वस्थ हुए मरीजो व अन्य बाहर से आये लोगों की सैंपलिंग आदि से जुड़ी हुई जानकारी ली।
विधायक शर्मा ने कहा कि डॉक्टर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे मरीजों का न सिर्फ इलाज करते हैं, बल्कि उन्हें एक नया जीवन भी देते हैं। इसलिए उन्हें धरती पर भगवान का दर्जा दिया जाता है, उन्हें जीवनदाता कहा जाता है।
आज के इस कठिन समय में कोविड 19 जैसी वैश्विक महामारी में हम सभी डाक्टरों को अपने रियल हीरो के रूप में देख रहे हैं डॉक्टर्स डे एक ऐसा अवसर है जब हम इन सभी हीरो को इनके योगदान के लिए धन्यवाद कर सकते हैं। महामारी के इस समय को लंबे समय तक भुलाया नहीं जा सकता है।
इस मौके पर सभी समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक, डॉक्टर, फार्मासिस्ट, व स्वास्थ्य विभाग से जुड़े हुए सभी कर्मीयों समेत क्षेत्र के तमाम लोग उपस्थित रहे ।
आज के इस कठिन समय में कोविड 19 जैसी वैश्विक महामारी में हम सभी डाक्टरों को अपने रियल हीरो के रूप में देख रहे हैं डॉक्टर्स डे एक ऐसा अवसर है जब हम इन सभी हीरो को इनके योगदान के लिए धन्यवाद कर सकते हैं। महामारी के इस समय को लंबे समय तक भुलाया नहीं जा सकता है।
इस मौके पर सभी समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक, डॉक्टर, फार्मासिस्ट, व स्वास्थ्य विभाग से जुड़े हुए सभी कर्मीयों समेत क्षेत्र के तमाम लोग उपस्थित रहे ।
आईए जानते हैं कौन थे डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय-
डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय का जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना जिले में हुआ था। डॉ. राय ने कोलकाता में अपनी मेडिकल की शिक्षा पूरी करने के बाद एमआरसीपी और एफआरसीएस की उपाधि लंदन से प्राप्त की। जिसके बाद साल 1911 में भारत में उन्होंने अपने चिकित्सकीय जीवन की शुरुआत की। इसके बाद वो कोलकाता मेडिकल कॉलेज में व्याख्याता बने। वहां से वे कैंपबैल मेडिकल स्कूल और फिर कारमिकेल मेडिकल कॉलेज गए।
इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखते हुए उन्होंने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री का पद भी संभाला। डॉ. राय को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए उन्हें पं. बंगाल राज्य का आर्किटेक्ट भी कहा जाता था। 80 वर्ष की आयु में साल 1962 में अपने जन्मदिन के ही दिन 1 जुलाई को उनकी मृत्यु हो गई।
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